Arrow

Sirfshayari.in

तुझे मेरे प्यार पर शक क्यों है सिर्फ तुझे दिल तोड़ने का हक़ क्यों है तूने मुझे अपना कहा समझा नहीं मगर तेरे मेरे प्यार में फ़र्क़ क्यों है

Dard Bhari Shayari

Arrow

Sirfshayari.in

तेरा होकर भी मैं तनहा ही रहा मुझे तन्हाइयों की आदत हो गयी सोच तेरे नाम पर मिट जाने वाले को क्यों तेरे ही नाम से नफरत हो गयी

Dard Bhari Shayari

Arrow

Sirfshayari.in

तेरे गुनाह एक तरफ मेरी गलती एक तरफ तेरे सताए आशिक़ों की बस्ती एक तरफ सब पागल हो गए मेरा हाल देखकर मेरे आंसू एक तरफ मेरी हसी एक तरफ

Dard Bhari Shayari

Arrow

Sirfshayari.in

क्यों मिलाया उससे जिसका हो नहीं सकता जिसका हूँ उसका मुझे होना नहीं था ऐ खुदा तूने ये कैसा मेल मिलाया जो है मेरा, मेरा होना नहीं था

Dard Bhari Shayari

Arrow

Sirfshayari.in

क्यों तुम्हें अब मुझसे मोहब्बत नहीं है क्या तुम्हें अब मेरी ज़रुरत नहीं है धोखे ही थे शायद वादे तेरे मुझे भी अब तेरी चाहत नहीं है

Dard Bhari Shayari

Arrow

Sirfshayari.in

खिले खिले नज़र आ रहे हो तुम्हें इंतज़ार पूरा हो गया क्या इतनी बेरुखी से बात कर रहे हो तुम्हें दूसरा प्यार हो गया क्या

Dard Bhari Shayari

Arrow

Sirfshayari.in

कभी अपनी ज़रुरत कभी शौक बना लेते कुछ ज़ख्म मेरी रूह को बेवजह देते इतनी जल्दी क्यों मुझे आज़ाद कर दिया इश्क़ की मुझे थोड़ी और सज़ा देते

Dard Bhari Shayari

Arrow

Sirfshayari.in

और शायरी पढ़ने के लिए