Sirfshayari.in
एक फ़कीर से पूछा ज़िन्दगी का मतलब
वो दिया बुझाकर धुआं देखता रहा
Sirfshayari.in
बहुत मुश्किल होता है ज़िन्दगी का सफर
लोग मंज़िल पर पहुंचकर राख हो जाते हैं
Sirfshayari.in
देना है तो साथ ज़िन्दगी भर देना
अक्सर मोड़ आने पर छोड़ जाते हैं लोग
Sirfshayari.in
अगर मगर के लिए ज़िन्दगी रखी है दोस्त
कहीं पहुँचने के लिए कहीं से निकलना पड़ेगा
Sirfshayari.in
कमा लिए सारे गम ज़िन्दगी के
एक बस किसी से मोहब्बत करके
Sirfshayari.in
साफ़ नज़र आ रहा है फर्क अपने और गैरों में
ज़िन्दगी भी ये कैसे सफर से गुज़र रही है
Sirfshayari.in
रख दिया ज़िन्दगी के अगले सफर में कदम
अब हमें किसी और से मोहब्बत नहीं करनी
Sirfshayari.in
और भी शायरी पढ़ने के लिए